Bharat Solanki

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लेखनी कहानी -07-Mar-2024

नाज नखरा हग्ला मारा होग्या भैण्डया रा लखण मारा होग्या

पागल पणा में भांग खादी साखल फेक टांग खाची

भोला पणा री वाता हुणी जान बूझण साता पूछी

ओछा पणा सु राड़ होगी मां-बाप सु दुलार होग्यो

थोबड़ो देखण तलक काड्‌यो खुल्यो देखण भनक मार्यो

वाता माय भाण कोदो हाथा माय फीतो लीदो

नापण वास्ते ऊबो किदो तापण वास्ते खूतो कीदो

आकी उम्र आंख्या दीदी छोरी मने राख्या दीदी

जिनै मुं आपणी जाणी मनै छोड़ ओराणे आख्या मारी

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2 Comments

Mohammed urooj khan

13-Mar-2024 04:12 PM

सर ये किस लैंग्वेज में लिखा है समझ नही आया कुछ भी, इसे हिंदी में भी लिख दीजिये तो अच्छा रहेगा 🙏🏾🙏🏾🙏🏾

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Gunjan Kamal

12-Mar-2024 11:59 PM

बहुत खूब

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